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पाठ 20

मसीही मंडली को किस तरह संगठित किया गया है?

मसीही मंडली को किस तरह संगठित किया गया है?

यहोवा हर काम कायदे से और व्यवस्थित ढंग से करता है। (1 कुरिंथियों 14:33, 40) तो ज़ाहिर है कि उसके लोग भी व्यवस्थित तरीके से काम करेंगे। मसीही मंडली को किस तरह व्यवस्थित किया गया है ताकि सारे काम कायदे से हों? हम कैसे मंडली के इंतज़ामों में सहयोग दे सकते हैं? आइए जानें।

1. मंडली का मुखिया कौन है?

बाइबल में लिखा है कि ‘मसीह, मंडली का सिर’ या मुखिया है। (इफिसियों 5:23) यीशु स्वर्ग से यहोवा के लोगों के काम की निगरानी करता है। कैसे? उसने “विश्‍वासयोग्य और बुद्धिमान दास” को ठहराया है। यह दास अनुभवी प्राचीनों से बना एक छोटा-सा समूह है जिसे शासी निकाय भी कहा जाता है। (मत्ती 24:45-47 पढ़िए।) शासी निकाय दुनिया-भर में अलग-अलग मंडलियों को ज़रूरी निर्देश देता है, ठीक जैसे पहली सदी में यरूशलेम के प्रेषित और प्राचीन करते थे। (प्रेषितों 15:2) पर शासी निकाय के ये भाई संगठन के मुखिया नहीं हैं। वे यहोवा और उसके वचन से मार्गदर्शन लेते हैं और मंडली के मुखिया यीशु के अधीन रहते हैं।

2. मंडली में प्राचीनों की क्या भूमिका है?

प्राचीन ऐसे अनुभवी मसीही भाई होते हैं जो यहोवा के लोगों को बाइबल से सिखाते हैं। वे चरवाहे की तरह भाई-बहनों का खयाल रखते हैं और उनकी मदद करते हैं। इस काम के लिए वे कोई पैसा नहीं लेते। इसके बजाय, वे ‘परमेश्‍वर के सामने खुशी-खुशी सेवा करते हैं। वे ऐसा तत्परता से करते हैं, न कि बेईमानी की कमाई के लालच से।’ (1 पतरस 5:1, 2) मंडली का काम करने में कुछ भाई प्राचीनों की मदद करते हैं। इन भाइयों को सहायक सेवक कहा जाता है। आगे चलकर जब ये सहायक सेवक बाइबल में दी योग्यताओं को पूरा करते हैं, तो इन्हें प्राचीन नियुक्‍त किया जाता है।

शासी निकाय कुछ प्राचीनों को सर्किट निगरान ठहराता है। ये निगरान अलग-अलग मंडलियों का दौरा करते हैं ताकि मंडली के भाई-बहनों को निर्देश दे सकें और उनका हौसला बढ़ा सकें। वे उन भाइयों को प्राचीन और सहायक सेवक नियुक्‍त करते हैं जो बाइबल में दी योग्यताओं को पूरा करते हैं।​—1 तीमुथियुस 3:1-10, 12; तीतुस 1:5-9.

3. मंडली में हरेक साक्षी की क्या भूमिका है?

हरेक साक्षी को “यहोवा के नाम की तारीफ” करनी चाहिए। (भजन 148:12, 13 पढ़िए।) वह सभाओं में हिस्सा लेकर और अपने हालात के मुताबिक खुशखबरी सुनाकर ऐसा कर सकता है।

और जानिए

यीशु कैसा मुखिया है? प्राचीन किस तरह यीशु के जैसा बनने की कोशिश करते हैं? हम किस तरह यीशु और प्राचीनों को सहयोग दे सकते हैं? आइए जानें।

4. यीशु ऐसा मुखिया है जो ताज़गी पहुँचाता है

यीशु प्यार से हमसे कहता है कि हम उसे अपना मुखिया मानें। मत्ती 11:28-30 पढ़िए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:

  • यीशु क्या चाहता है कि हम उसके अधीन रहकर कैसा महसूस करें?

प्राचीन किस तरह यीशु के जैसा बनने की कोशिश करते हैं? वीडियो देखिए

बाइबल में साफ बताया गया है कि प्राचीनों को किस तरह अपनी ज़िम्मेदारी निभानी चाहिए।

यशायाह 32:2 और 1 पतरस 5:1-3 पढ़िए। फिर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:

  • प्राचीन पूरी कोशिश करते हैं कि वे यीशु की तरह दूसरों को ताज़गी पहुँचाएँ। यह जानकर आप कैसा महसूस करते हैं?

  • प्राचीन और किन तरीकों से यीशु के जैसा बनने की कोशिश करते हैं?

5. प्राचीन अपनी बातों से ज़्यादा अपनी मिसाल से सिखाते हैं

यीशु चाहता है कि प्राचीन अपनी ज़िम्मेदारियों के बारे में सही सोच रखें। इस बारे में जानने के लिए वीडियो देखिए

यीशु ने बताया कि जो मंडली में अगुवाई करते हैं, उन्हें कैसा होना चाहिए। मत्ती 23:8-12 पढ़िए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:

  • बाइबल के मुताबिक प्राचीनों को जैसा होना चाहिए और आज धर्म गुरु जिस तरह पेश आते हैं, उसमें आपको क्या फर्क नज़र आता है?

  1. 1. प्राचीन यहोवा के साथ अपना रिश्‍ता मज़बूत रखते हैं और ऐसा करने में अपने परिवार की भी मदद करते हैं

  2. 2. प्राचीन, मंडली के सभी लोगों का ध्यान रखते हैं

  3. 3. प्राचीन प्रचार में मेहनत करते हैं

  4. 4. प्राचीन, मंडली में सिखाते हैं। वे साफ-सफाई और दूसरे कामों में भी हाथ बँटाते हैं

6. हमें प्राचीनों को पूरा सहयोग देना चाहिए

बाइबल में एक ज़रूरी वजह बतायी गयी है कि हमें क्यों प्राचीनों को सहयोग देना चाहिए। इब्रानियों 13:17 पढ़िए। फिर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:

  • बाइबल में बढ़ावा दिया गया है कि हम अगुवाई करनेवालों की आज्ञा मानें और उनके अधीन रहें। क्या बाइबल की यह बात आपको सही लगती है? आप ऐसा क्यों सोचते हैं?

लूका 16:10 पढ़िए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:

  • छोटी-छोटी बातों में भी प्राचीनों को सहयोग देना क्यों ज़रूरी है?

कुछ लोग कहते हैं: “ईश्‍वर की उपासना करने के लिए किसी संगठन से जुड़ना ज़रूरी नहीं है।”

  • मंडली के साथ मिलकर परमेश्‍वर की उपासना करने के क्या फायदे हो सकते हैं?

अब तक हमने सीखा

यीशु मंडली का मुखिया है। प्राचीन उसके अधीन रहकर काम करते हैं। वे हमें ताज़गी पहुँचाते हैं और अपनी मिसाल से सिखाते हैं। इसलिए हम खुशी-खुशी उन्हें सहयोग देते हैं।

आप क्या कहेंगे?

  • मंडली का मुखिया कौन है?

  • प्राचीन, मंडली के लिए क्या-क्या करते हैं?

  • मंडली में यहोवा के हरेक सेवक की क्या भूमिका है?

लक्ष्य

ये भी देखें

शासी निकाय और दूसरे प्राचीनों को मसीहियों की बहुत परवाह है। आइए इस बारे में जानें।

पाबंदी के दौरान भाइयों को मज़बूत किया  (4:22)

आइए जानें कि सर्किट निगरान क्या सेवा करते हैं।

देहात में एक सर्किट निगरान की ज़िंदगी  (4:51)

आइए पढ़कर देखें कि मंडलियों में मसीही बहनों की क्या भूमिका है।

“क्या यहोवा के साक्षियों में औरतें भी सिखाती हैं?”  (प्रहरीदुर्ग  लेख)

प्राचीन, मंडली के भाई-बहनों का हौसला बढ़ाने के लिए कितनी मेहनत करते हैं? आइए जानें।

“मसीही प्राचीन​—‘हमारी खुशी के लिए हमारे सहकर्मी’”  (प्रहरीदुर्ग,  15 जनवरी, 2013)