जब जीवन-साथी धोखा दे
जब किसी का जीवन-साथी उससे बेवफाई करता है, तो उसकी दुनिया उजड़ जाती है। यह सच है कि कुछ मामलों में बेवफा साथी माफी माँग लेता है और उसका साथी उसे माफ कर देता है और वे साथ जीने लगते हैं। * वहीं कुछ लोगों की शादी टूट जाती है। चाहे शादी टूटे या बनी रहे, एक साथी की बेवफाई से जो गहरे ज़ख्म मिलते हैं, वे आसानी से नहीं भरते। जिनके साथ ऐसा धोखा हुआ है, वे कैसे खुद को सँभाल सकते हैं?
शास्त्र की अनमोल बातें जो आपके काम आएँ
इस तरह का दुख झेलनेवाले कई लोगों ने बाइबल की बातों से दिलासा पाया है। इसे पढ़ने से उन्हें एहसास हुआ है कि उनके साथी ने उन्हें जो दुख और आँसू दिए हैं, उन्हें परमेश्वर देख रहा है और वह उनका दर्द समझता है।—मलाकी 2:13-16.
“जब चिंताएँ मुझ पर हावी हो गयीं, तब तूने मुझे दिलासा दिया, सुकून दिया।”—भजन 94:19.
बॉबी कहता है, “शास्त्र की यह बात पढ़ने से मुझे एहसास हुआ कि यहोवा कितना दयालु है। वह मानो एक पिता की तरह मेरे घाव पर मरहम लगा रहा है।”
“जो वफादार रहता है उसके साथ तू वफादारी निभाता है।”—भजन 18:25.
कोमल को महीनों बाद पता चला कि उसके पति ने उसे धोखा दिया था। वह कहती है, “मेरा पति मेरा वफादार नहीं रहा, लेकिन मुझे यहोवा पर पूरा भरोसा था कि वह मेरा वफादार रहेगा। वह कभी मुझे दगा नहीं देगा।”
‘किसी भी बात को लेकर चिंता मत करो, मगर हर बात के बारे में प्रार्थना और मिन्नतों के साथ परमेश्वर से बिनतियाँ करो। तब परमेश्वर की वह शांति जो समझ से परे है, तुम्हारे दिल की हिफाज़त करेगी।’—फिलिप्पियों 4:6, 7.
साशा कहती है, “मैं शास्त्र की यह बात बार-बार पढ़ती थी। मैंने बार-बार प्रार्थना की और परमेश्वर ने मुझे मन की शांति दी।”
इस लेख में हमने जिन लोगों की बात की, वे सब कई बार हिम्मत हार बैठे थे। लेकिन यहोवा परमेश्वर पर भरोसा रखने और उसका वचन बाइबल पढ़ने से उन्हें जीने का हौसला मिला। बॉबी कहता है, “मेरी ज़िंदगी बरबाद हो गयी थी, मगर परमेश्वर पर विश्वास होने की वजह से मेरे अंदर फिर से जीने की तमन्ना जाग उठी। एक वक्त था जब मुझे लगा कि मैं एक ‘काली अँधेरी घाटी से’ गुज़र रहा हूँ। ऐसे में भी परमेश्वर मेरे साथ था।”—भजन 23:4.
^ अपने साथी को माफ करना चाहिए या नहीं, इस बारे में जानने के लिए 22 अप्रैल, 1999 की अँग्रेज़ी की सजग होइए! पत्रिका का लेख “जब जीवन-साथी दगा दे” पढ़िए।