दुनिया पर एक नज़र
संयुक्त राष्ट्र अमेरिका
यु. एस. डिपार्टमेन्ट ऑफ होमलैंड सेक्योरिटी (अमरीकी सरकार का वह विभाग, जो देश की आतंकवादी हमलों से रक्षा करता है) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दस सालों के दौरान, हवाई-अड्डे के सुरक्षा कर्मचारियों को लोगों के सामान की जाँच करते वक्त 5 करोड़ से ज़्यादा ऐसी चीज़ें मिलीं, जिन्हें ले जाना मना है। सन् 2011 के दौरान ही इन सुरक्षा कर्मचारियों ने कुल मिलाकर 1,200 से ज़्यादा बंदूकों को हवाई-जहाज़ में ले जाने से रोका। ज़्यादातर लोगों का कहना था कि वे भूल गए थे कि उनके सामान में बंदूक भी है।
ब्राज़ील
स्कूल अधिकारियों को बिना बताए, बच्चे स्कूल से छुट्टी न कर सकें इसलिए उन्होंने बच्चों की स्कूल युनिफॉर्म में इलेक्ट्रॉनिक चिप लगवाना शुरू किया है। जैसे ही सेंसर के ज़रिए बच्चों के आने की खबर मिलती है, वैसै ही माता-पिता को मोबाइल पर मैसेज के ज़रिए इत्तला की जाती है कि उनका बच्चा स्कूल पहुँच गया है। अगर वह 20 मिनट या उससे ज़्यादा देर से स्कूल पहुँचता है तो उन्हें इस बात की जानकारी भी मैसेज से दी जाती है।
नॉर्वे
लुथरन चर्च, अब नॉर्वे का सरकारी धर्म नहीं है। पहली बार नॉर्वे के संसद में ऐसा हुआ कि संविधान में संशोधन करके चर्च और सरकार की कुछ हद तक अलग-अलग जगह ठहराई गयी है।
चेक रिपब्लिक
चेक रिपब्लिक में नौकरी करनेवालों का एक सर्वे लिया गया जिसमें से दो-तिहाई लोगों का कहना है कि जब वे नौकरी की जगह पर नहीं होते, तब भी वे काम से जुड़े फोन कॉल, ई-मेल और मोबाइल के ज़रिए आए मैसेज का जवाब देने का दबाव महसूस करते हैं। एक तिहाई से ज़्यादा लोगों ने कहा कि अगर वे तुरंत जवाब न दें, तो यह बदतमीज़ी होगी।
भारत
पिछले 20 सालों में, अनाज की पैदावार में 50 प्रतिशत से भी ज़्यादा बढ़ोतरी हुई है। और भण्डारों में 7.1 करोड़ टन चावल और गेहूँ मौजूद है, फिर भी सरकार लोगों की खाने की ज़रूरतें पूरी नहीं कर पा रही है। केवल 40 प्रतिशत अनाज ही लोगों तक पहुँच पाता है। कुछ हद तक इसकी वजह भ्रष्टता और अनाज का सड़ जाना भी है। (g13-E 05)