दुनिया पर एक नज़र
अमरीका
कुछ पुलिसवाले ऐसी तकनीक अपनाते हैं, जिससे कारों का पीछा करना अब उतना खतरनाक नहीं है। कम्प्रेस्ड एयर मशीन (लॉन्चर), पहरा लगानेवाली पुलिस की कार के सामनेवाली ग्रिल में लगायी जाती है। यह लॉन्चर, जीपीएस ट्रैकर उपकरण को इतनी तेज़ी से फेंकता है कि यह उपकरण जाकर उस गाड़ी में चिपक जाता है जिसका पीछा किया जा रहा है। इस तरह पुलिसवाले कम रफ्तार में गाड़ी का पीछा कर लेते हैं।
भारत
अनुमान लगाया गया है कि यहाँ दहेज़ की वजह से हर घंटे एक औरत की हत्या कर दी जाती है। हालाँकि दहेज़ प्रथा पर सरकार की तरफ से रोक लगी है, मगर 2012 में 8,200 से ज़्यादा औरतों को मार डाला गया। वह इसलिए कि उनके पति या ससुरालवालों को लगा कि दहेज़ काफी नहीं है।
स्विट्ज़रलैंड
तीन अल्पाइन स्विफ्ट नाम के पक्षियों में छोटे-छोटे उपकरण (सेंसर) लगाए गए। इससे पता चला कि ये पक्षी अफ्रीका की तरफ जाते समय बिना रुके 200 से ज़्यादा दिनों तक लगातार उड़ते रहे। पहले माना जाता था कि सिर्फ समुद्री जीव-जन्तु ऐसे बड़े-बड़े काम बिना रुके कर सकते हैं।
हॉर्न ऑफ अफ्रीका
अप्रैल 2005 से दिसंबर 2012 के दौरान हॉर्न ऑफ अफ्रीका (अफ्रीका का एक इलाका) के तट पर समुद्री लुटेरों ने 179 जहाज़ों का अपहरण किया। वर्ल्ड बैंक के अध्ययन के मुताबिक उन लुटेरों ने करीब 41 करोड़ 30 लाख अमरीकी डॉलर की फिरौती लेकर जहाज़ छोड़े। (g14-E 10)