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लैव्यव्यवस्था की किताब

अध्याय

सारांश

  • 1

    • होम-बलि (1-17)

  • 2

    • अनाज का चढ़ावा (1-16)

  • 3

    • शांति-बलि (1-17)

      • तुम चरबी या खून मत खाना (17)

  • 4

    • पाप-बलि (1-35)

  • 5

    • अलग-अलग पाप और प्रायश्‍चित के लिए चढ़ावे (1-6)

      • दूसरों के पाप के बारे में बताना (1)

    • गरीबों के लिए चढ़ावे का अलग इंतज़ाम (7-13)

    • अनजाने में किए गए पापों के लिए दोष-बलि (14-19)

  • 6

    • दोष-बलि के बारे में कुछ और नियम (1-7)

    • चढ़ावों के बारे में हिदायतें (8-30)

      • होम-बलि (8-13)

      • अनाज का चढ़ावा (14-23)

      • पाप-बलि (24-30)

  • 7

    • चढ़ावों के बारे में हिदायतें (1-21)

      • दोष-बलि (1-10)

      • शांति-बलि (11-21)

    • चरबी या खून खाने की मनाही (22-27)

    • याजकों का हिस्सा (28-36)

    • चढ़ावों के बारे में आखिरी शब्द (37, 38)

  • 8

    • हारून और उसके बेटों को याजकपद सौंपा गया (1-36)

  • 9

    • हारून ने चढ़ावा अर्पित किया (1-24)

  • 10

    • यहोवा ने आग बरसाकर नादाब और अबीहू को मार डाला (1-7)

    • याजकों के लिए खाने-पीने के नियम (8-20)

  • 11

    • शुद्ध और अशुद्ध जानवर (1-47)

  • 12

    • बच्चा जनने के बाद शुद्ध किया जाना (1-8)

  • 13

    • कोढ़ के बारे में नियम (1-46)

    • कपड़ों पर कोढ़ (47-59)

  • 14

    • कोढ़ से शुद्ध किया जाना (1-32)

    • संक्रमित घरों को शुद्ध करना (33-57)

  • 15

    • जननांगों के रिसाव से अशुद्धता (1-33)

  • 16

    • प्रायश्‍चित का दिन (1-34)

  • 17

    • पवित्र डेरा, बलिदान की जगह (1-9)

    • खून खाने की मनाही (10-14)

    • जो जानवर मरा हुआ पाया जाता है, उसके बारे में नियम (15, 16)

  • 18

    • नाजायज़ यौन-संबंध (1-30)

      • कनानियों जैसे काम मत करना (3)

      • परिवारवालों के साथ यौन-संबंध (6-18)

      • माहवारी के दौरान (19)

      • समलैंगिक काम (22)

      • जानवरों के साथ यौन-संबंध (23)

      • ‘शुद्ध बने रहो, वरना तुम्हें देश से खदेड़ दिया जाएगा’ (24-30)

  • 19

    • पवित्रता के नियम (1-37)

      • कटाई का सही तरीका (9, 10)

      • बधिरों और अंधों का लिहाज़ (14)

      • झूठी बातें फैलाकर बदनाम न करना (16)

      • दुश्‍मनी मत पालना (18)

      • जादू-टोने की मनाही (26, 31)

      • शरीर गुदवाने की मनाही (28)

      • बुज़ुर्गों का आदर करना (32)

      • परदेसियों के साथ कैसा सलूक (33, 34)

  • 20

    • मोलेक की पूजा; जादू-टोना (1-6)

    • पवित्र बनो; माता-पिता का आदर करो (7-9)

    • यौन अपराध की सज़ा मौत (10-21)

    • देश में रहने के लिए पवित्र बनो (22-26)

    • जादू-टोना करनेवाले मार डाले जाएँ (27)

  • 21

    • याजक पवित्र बने रहें, दूषित न हों (1-9)

    • महायाजक खुद को दूषित न करे (10-15)

    • याजक के शरीर में कोई दोष न हो (16-24)

  • 22

    • याजक की शुद्धता; पवित्र चीज़ें खाना (1-16)

    • ऐसे जानवरों का बलिदान स्वीकार होगा जिनमें दोष न हो (17-33)

  • 23

    • पवित्र दिन और त्योहार (1-44)

      • सब्त का दिन (3)

      • फसह (4, 5)

      • बिन-खमीर की रोटी का त्योहार (6-8)

      • फसल का पहला फल चढ़ाना (9-14)

      • कटाई का त्योहार (15-21)

      • कटाई का सही तरीका (22)

      • तुरही फूँकने का त्योहार (23-25)

      • प्रायश्‍चित का दिन (26-32)

      • छप्परों का त्योहार (33-43)

  • 24

    • पवित्र डेरे के दीयों के लिए तेल (1-4)

    • नज़राने की रोटी (5-9)

    • परमेश्‍वर के नाम की निंदा करनेवाले को पत्थरों से मार डाला गया (10-23)

  • 25

    • सब्त का साल (1-7)

    • छुटकारे का साल (8-22)

    • जायदाद वापस पाना (23-34)

    • गरीबों के साथ कैसा सलूक (35-38)

    • दासों के बारे में नियम (39-55)

  • 26

    • मूर्तिपूजा से दूर रहो (1, 2)

    • आज्ञा मानने से मिलनेवाली आशीषें (3-13)

    • आज्ञा न मानने से मिलनेवाली सज़ा (14-46)

  • 27

    • मन्‍नत मानी हुई चीज़ें छुड़ाना (1-27)

    • बिना शर्त के यहोवा को समर्पित चीज़ें (28, 29)

    • दसवाँ हिस्सा छुड़ाना (30-34)